12th Fail Movie Review
A Real Life Story ! 12th Fail
(IAS PCS) आईएएस पीसीएस की मुश्किल एग्जाम को कोई सांप सीढ़ी के आसान गेम से समझाने की कोशिश करें ना तो 1 मिनट में समझ जाना जिंदगी बदलने वाली है।
शुरू किया था जीरो से, फिर धीरे-धीरे पढ़ते गए और छोटी लंबी सीढ़ी चढ़ते गए, रिटन पेपर क्लियर हुआ तो आखरी 10 नंबर तक पहुंचे। काम बड़ा आसान था पर एक छोटी सी गलती मेरे बच्चे,और वह 99 पर बैठा इंटरव्यू का साँप आपको डँस के सीधा लाकर पटक देगा वापस से जीरो पे। एक साल बर्बाद हुआ अब शुरू करिए एक नया खेल “फिर से वही साँप है फिर से वही खिलाड़ी, क्या इस बार 100 तक पहुंचेगी आईएएस पीसीएस के सपनों की गाड़ी?” एकदम आसान था ना। इतना कि अब आप दूसरों को समझा सकते हो कि आईएएस पीसीएस बना कैसे जाता है। यह ताकत है सच्चे सिनेमा की जो मैंने देखा 12th फेल के अंदर। अपने सर की कसम खाकर बोलता हूं मैं 2023 में सबसे बेस्ट फिल्म है यह जो मैंने आज तक देखी।
पर एक सवाल आपके दिमाग में पक्का आ रहा होगा आईएएस पीसीएस बनने के लिए 10th 12th की मार्कशीट पर पास लिखा होना सबसे जरूरी है तो यह ट्वेल्थ फैल बंदा आईएएस पीसीएस कैसे बन गया? यह तो कुछ भी नहीं है आपको असली झटका तब लगेगा जब मैं आपको बताऊंगा इस लड़के के हाथों में दो नाली की बंदूक थी जिसे किसी जमाने में यह पुलिस ऑफिसर को उड़ाने का सपना देख रहा था। और तो सुनिए, भाई साहब डाकुओं की नगरी चंबल में पैदा हुए थे। तो यह हाथ में तलवार की जगह पेन कहां से आ गया? अरे वो भी छोड़ो पॉकेट में ₹1 का सिक्का नहीं था फिर भी यह बंदा दिल्ली कैसे पहुंच गया? यकीन करोगे अब इतनी पावर है कि खुद के लिए पूरी ट्रेन अलग से बुक कर लेंगे।जी हां एक ट्वेल्थ फेल की कहानी जो सांप सीढ़ी सीधा जीरो से शुरुआत करेंगे।
देखो बॉलीवुड की शक्तियों का गलत इस्तेमाल हमेशा किया जाता है पर पब्लिक अब होशियार है हर बार बहकावे में पडती कहां है, लेकिन कभी-कभी इस खजाने से हीरा बाहर निकलता है वो जो 100 साल बाद भी उतनी ही तेज चमक मारेगा जैसे पहले दिन थी. 12th फेल बॉलीवुड का वही कोहिनूर हीरा है जो स्क्रीन पर ऐसा सिनेमा दिखाता है जैसे मानो अपनी जिंदगी दोबारा जी रहे हो आप। सबसे बढ़िया चीज सरप्राइज फैक्टर आपको उम्मीद नहीं है जिस फ़िल्म से वो आपको थिएटर के अंदर ऐसा एक्सपीरियंस देगी जो लाइफ टाइम साथ रहेगा। 3 ईडियट्स तो सब ने देखी होगी, फिल्म नहीं जिंदगी थी वो। कहानी फिक्शनल हो सकती है लेकिन इमोशंस हम सबके असली थे। वहीं सेम मेकर्स ने 12th फेल को बनाया है और यकीन करो 3 इडियट्स से बेहतर है या नहीं मैं नहीं बोलूंगी पर उसके बराबर ये फिल्म जरूर खड़ी होगी। बहुत टाइम बाद एक ऐसी फिल्म बनी है जिसको ना सिर्फ़ पूरी फैमिली के साथ आप देखोगे बल्कि जो पूरी फैमिली को एक दूसरे के नजदीक लेकर आएगी रियल लाइफ में। और हां ये समझने की गलती मत करना कि नाम 12th फेल है,आईएएस पीसीएस का टॉपिक है तो फिर काफी बोरिंग होगी, पढ़ाई लिखाई की बातें होंगी पूरे टाइम , जी बिल्कुल नहीं। अंदर आपको प्रॉपर सस्पेंस मिलेगा फिर मिलेगा रोमांस मिलेगा और सबसे जरूरी ढाई घंटे एंटरटेनमेंट एंटरटेनमेंट एंटरटेनमेंट!
जब किसी एक्टर से अच्छी खासी जान पहचान होने के बावजूद पूरी फिल्म मे आप उसको 1 सेकंड भी पहचान ना पाओ उसको बोलते हैं सच्ची एक्टिंग। विक्रांत भाई साहब, अंडररेटेड एक्टर्स की कोई फैक्ट्री होगी ना तो उसमें विक्रांत साहब को सीईओ बनाया जाएगा। टैलेंट का बाप है ये एक्टर। फिल्म के पहले सीन से लेकर एकदम आखिरी क्लाइमैक्स वाला गुड बाय विक्रांत मेसी कहां गए मुझे तो समझ ही नहीं आया , गिरगिट की तरह रंग बदलकर गायब हो गए।
मेधा शंकर यह नाम पहली बार सुना होगा १००% लोगों ने और अब १००% मुझे यकीन है कि इस फिल्म के बाद १००% इनको सर्च करोगे गूगल पर। वूमेन एंपावरमेंट के लिए फिल्मों में सिगरेट शराब डांस होना जरूरी नहीं है कभी-कभी सिर्फ अच्छी एक्टिंग काफी होती है मेधा जी से सीखो।
तो बस 12 फेल को मेरे पास कुछ और है नहीं फाइव स्टार्स के अलावा देनेको। १००% मास्टरपीस! जिंदगी बदलने वाला सिनेमा। सेल्यूट! एक स्टार फिल्म का मुश्किल सब्जेक्ट इतनी आसानी से दिखाना वह भी एंटरटेनमेंट के साथ। दूसरा स्टार इसी टॉपिक पर बन चुकी हजारों फिल्मों से अपनी फिल्म को अलग खड़ा करना डायरेक्शन पावर जिंदाबाद। तीसरा स्टार फिक्शन नहीं रियल लाइफ को चेंज करने वाला मैसेज। सच्ची पावर ऑफ सिनेमा! चौथा स्टार फिल्म का क्लाइमेक्स काफी टाइम बाद ऐसी बॉलीवुड फिल्म जो आंखों में पानी लेकर आएगी और पांचवा स्टार सबसे जरूरी परफॉर्मेंस विक्रांत सर की एक्टिंग नंबर वन। जी हां, सर बोलना पड़ेगा। ऐसा काम करने के बाद इज्जत दिल से निकलती है और मेधा शंकर का सपोर्टिंग रोल १००% मैजिक! नारी शक्ति सिनेमा की दुनिया में ऐसी दिखती है शक्ल भूल नहीं पाओगे।
Real Manoj Sharma & Shradha Joshi emotional at last scene of 12th Fail Movie
वेट मत करो बस टिकट अभी बुक करो आप विद फैमिली। सिनेमा नहीं एक बार दोबारा खुद से मिलने जा रहे हो। बचपन से प्रेजेंट पूरा सफर। बाकी ब्लॉग पोस्ट में कुछ पसंद आया हो या फिर कुछ शिकायत करनी हो तो मैं आपको Comment Box मे भी मिल जाऊंगा वरना थोड़ा सा इंतजार करिए मिलूंगा आपसे अगले Blog Post मे।